खड़े होकर पेशाब करने से क्या नुकसान होते हैं? जानिए आयुर्वेदिक नजरिए से

27 Jun, 2025
खड़े होकर पेशाब करने से क्या नुकसान होते हैं? जानिए आयुर्वेदिक नजरिए से
हमारी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव अक्सर सेहत पर बड़ा असर डाल सकते हैं। इन्हीं में से एक आदत है पेशाब करने का तरीका। यह आदत छोटी लगती है, लेकिन इसका असर हमारे शरीर पर होता है। अगर सही तरीका अपनाया जाए, तो कई परेशानियों से बचा जा सकता है। खड़े होकर पेशाब करने की आदत से कई बार शरीर में सूजन या दर्द जैसी दिक्कतें भी शुरू हो सकती हैं।
बहुत से पुरुष खड़े होकर पेशाब करना आम बात मानते हैं, लेकिन आयुर्वेद के हिसाब से यह तरीका ठीक नहीं माना गया है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि खड़े होकर पेशाब करने के नुकसान क्या हो सकते हैं, पेशाब करने का सही तरीका क्या है और पुरुषों में पेशाब करने का तरीका कैसा होना चाहिए ताकि शरीर स्वस्थ रह सके।
खड़े होकर पेशाब करने के नुकसान
खड़े होकर पेशाब करने के नुकसान सेहत पर धीरे-धीरे बुरा असर डाल सकते हैं और शरीर को कई तरह की परेशानी हो सकती है।
- खड़े होकर पेशाब करने पर पेशाब पूरी तरह बाहर नहीं निकलता।
- पेशाब की कुछ बूंदें अंदर रह जाती हैं, जिससे धीरे-धीरे इन्फेक्शन हो सकता है।
- इससे पेशाब की नली में रुकावट आ सकती है और दूसरी दिक्कतें भी हो सकती हैं।
- खड़े होकर पेशाब करने से मूत्राशय और किडनी पर बेवजह दबाव पड़ता है।
- यह आदत पेशाब से जुड़ी क्रियाओं को कमजोर कर सकती है।
- इससे आसपास की जगह गंदी होती है और साफ-सफाई नहीं रहती।
- इस आदत से बीमारियां होने का डर बढ़ जाता है।
पेशाब करने का सही तरीका
आयुर्वेद के अनुसार पेशाब करने का सही तरीका बैठकर पेशाब करना है। जब हम नीचे बैठते हैं तो पेट और urinary bladder पर सही दबाव पड़ता है जिससे पेशाब पूरी तरह बाहर निकल जाता है। इससे पेशाब की नली में कुछ भी नहीं बचता और इन्फेक्शन होने का डर भी कम हो जाता है।
बैठकर पेशाब करने से शरीर की स्थिति सही रहती है और पेट के निचले हिस्से में खून का बहाव ठीक रहता है। यह तरीका पेशाब से जुड़ी परेशानियों से बचाता है और पेट की क्रिया को सही रखने में मदद करता है।
खड़े होकर पेशाब के दुष्प्रभाव
आयुर्वेद में खड़े होकर पेशाब करने को स्वाभाविक नहीं माना गया है। खड़े होकर पेशाब के दुष्प्रभाव समय के साथ शरीर पर दिखने लगते हैं। इससे मूत्राशय ठीक से खाली नहीं होता, जिससे मूत्र रुक-रुक कर निकलता है और मूत्रमार्ग में सूजन की समस्या हो सकती है।
बार-बार खड़े होकर पेशाब करने से मूत्रमार्ग की मांसपेशियों पर गलत असर पड़ता है। इससे आगे चलकर व्यक्ति को मूत्र रुकने, जलन होने या मूत्र मार्ग में पथरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
एक और बड़ा खड़े होकर पेशाब के दुष्प्रभाव यह है कि इससे धीरे-धीरे मूत्राशय की ताकत कम होने लगती है और व्यक्ति को बार-बार पेशाब जाने की जरूरत महसूस होती है।
पुरुषों में पेशाब करने का तरीका
पेशाब करने का तरीका सही होना बहुत जरूरी है। बचपन से ही बच्चों को बैठकर पेशाब करने की आदत डालनी चाहिए ताकि वे आगे चलकर मूत्र संबंधी बीमारियों से बच सकें। आयुर्वेद के अनुसार पुरुषों को भी बैठकर ही पेशाब करना चाहिए ताकि मूत्राशय पूरी तरह से खाली हो और संक्रमण की आशंका न हो।
जब पुरुष बैठकर पेशाब करते हैं तो उनके शरीर की मुद्रा ऐसी होती है जिससे मूत्राशय पर दबाव समान रूप से पड़ता है। इससे पेशाब रुक-रुक कर नहीं निकलता और पूरी तरह बाहर निकल जाता है। पुरुषों में पेशाब करने का तरीका अगर बैठकर हो तो यह उनकी सेहत के लिए लाभकारी होता है।
आयुर्वेदिक नजरिया
आयुर्वेद में कहा गया है कि पेशाब करना केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह शरीर को शुद्ध करने की प्रक्रिया का हिस्सा है। खड़े होकर पेशाब करने से शरीर की यह शुद्धि क्रिया पूरी तरह नहीं हो पाती। वहीं बैठकर पेशाब करने से शरीर से गंदगी पूरी तरह बाहर निकलती है और मूत्रमार्ग स्वस्थ रहता है।
आयुर्वेदिक ग्रंथों में बताया गया है कि जो व्यक्ति पेशाब करते समय बैठता है, उसका पाचन और मूत्र क्रिया दोनों बेहतर रहती है। इसलिए आयुर्वेद में यह तरीका सबसे उपयुक्त माना गया है।
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निष्कर्ष
अगर खड़े होकर पेशाब करने की आदत समय पर न छोड़ी जाए तो यह आदत आगे चलकर कई दिक्कतें खड़ी कर सकती है। साफ-सफाई की बात हो या पेशाब की नली की सेहत की, बैठकर पेशाब करना ही अच्छा तरीका माना जाता है। अगर आप अब भी खड़े होकर पेशाब करते हैं, तो आयुर्वेदिक नजरिए को समझें और इस आदत को बदलें। यह एक छोटा सा बदलाव आपके स्वास्थ्य को लंबे समय तक सही बनाए रखने में मददगार हो सकता है।
इस लेख में हमने खड़े होकर पेशाब करने के नुकसान, पेशाब करने का सही तरीका, खड़े होकर पेशाब के दुष्प्रभाव और पुरुषों में पेशाब करने का तरीका को सरल भाषा में समझाने की कोशिश की है ताकि हर कोई इसे अपना सके और स्वस्थ रह सके।
FAQs
1. खड़े होकर पेशाब करने से क्या खतरे हो सकते हैं?
इससे urinary bladder पूरी तरह खाली नहीं होता और संक्रमण का खतरा बढ़ता है।
2. पेशाब करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
आयुर्वेद में बैठकर पेशाब करना सही और प्राकृतिक तरीका माना गया है।
3. क्या पुरुषों को बैठकर पेशाब करना चाहिए?
आयुर्वेद के अनुसार पुरुषों को भी बैठकर पेशाब करना चाहिए ताकि स्वास्थ्य बेहतर रहे।
4. खड़े होकर पेशाब करने से मूत्रमार्ग पर क्या असर पड़ता है?
इससे मूत्रमार्ग में सूजन, जलन और रुकावट जैसी समस्याएं हो सकती हैं